मीरा महोत्सव के दूजे दिन की शाम का आयोजन और फोटो रपट

गूंजी स्वर लहरियां
राजस्थान पत्रिका
Saturday, 23 Oct 2010
चित्तौड़गढ़। मीरां स्मृति संस्थान की ओर से तीन दिवसीय मीरां महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार सवेरे दुर्ग स्थित मीरां मंदिर मे भजनों की स्वर लहरियों पर दर्शक मंत्र मुग्ध हो गए।
मीरां भजन संध्या में मंदसौर के ललित बटवाल,दिल्ली के महेन्द्र पुरोहित ने भजनों से समां बांधा। भजनों पर कई श्रोता भाव विभोर हो गए। कार्यक्रम के दौरान बाहरी पर्यटकों ने भी भजनों का आनंद लिया। भजन गायकों ने 'आली म्हाने लागो वृदांवन', 'श्याम मिलन की प्यासी अंखियां', 'मेरो मन राम ही राम रटे', 'राम चरण सुख दाई' सहित कई भजनों की प्रस्तुति दी। गायकों का संस्थान के कार्यवाहक अध्यक्ष सत्यनारायण काबरा, सचिव एस.एन. समदानी ने सम्मान किया। मीरां महोत्सव का आगाज गुरूवार रात्रि सवा आठ बजे गोरा बादल स्टेडियम मे हुआ।भजन गायक सतीश देहरा ने भजनों की प्रस्तुति दी। मुख्य अतिथि जिला कलक्टर आरूषि मलिक ने भजन संध्या का शुभारंभ किया।
अध्यक्षता हिन्दुस्तान जिंक लि. के सीएसआर मेहता, विशिष्ट अतिथि पालिकाध्यक्ष गीतादेवी, उपाध्यक्ष संदीप शर्मा आदि थे। अतिथियों, भजन गायकों का संस्थान के कार्यवाहक अध्यक्ष सत्यनारायण काबरा, सचिव एस.एन. समदानी आदि ने स्वागत किया। गायकों ने कई भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भाव विभोर किया। भजन गायक सतीश देहरा गायिका दीपमाला ने भजनों की प्रस्तुति दी। भजन संध्या के बाद इसी मंच पर रात्रि में नृत्य नाटिका का मंचन किया गया। कलाकार गौरीराव मेहता मुम्बई एवं अन्य कलाकारों ने मीरां की भक्ति पर आधारित नृत्य नाटिका से दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। संगीत, संवाद और मंच पर चल विद्युत सज्जा अलग सी बन पड़ी।






















3 टिप्‍पणियां:

मनोज कुमार ने कहा…

बहुत सुंदर रहा चित्रों से गतिविधियों को जानना। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
पक्षियों का प्रवास-२, राजभाषा हिन्दी पर
फ़ुरसत में ...सबसे बड़ा प्रतिनायक/खलनायक, मनोज पर

मनोज कुमार ने कहा…

बहुत सुंदर रहा चित्रों से गतिविधियों को जानना। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
पक्षियों का प्रवास-२, राजभाषा हिन्दी पर
फ़ुरसत में ...सबसे बड़ा प्रतिनायक/खलनायक, मनोज पर

Shekhar Kumawat ने कहा…

Shukriya manak ji
is post ke liye badhai aap ko