'अपनी माटी' वेबपत्रिका का जून-2011 अंक



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  1. 'कुरजां संदेश' पत्रिकाओं की भीड़ से अलग-रमेश उपाध्याय
  2. रमेश उपाध्याय जी की एक सटीक कविता
  3. छायाचित्र:-चित्तौड़ दुर्ग के कुछ ज़रूरी चित्र
  4. छायाचित्र:-शंकर घट्टा,चित्तौडगढ
  5. ''बडी कविता वह है जो संकट के समय लोगों के काम आए''-प्रो मैनेजर पांडेय
  6. परमाणु बिजली घर;कुछ भ्रांतियां
  7. दिलीप भाटिया की रचना-'एकला चालो रे'
  8. 'पंत' की कवि‍ता ,युगों तक सम्‍हाली जानेवाली धरोहर
  9. आलेख:-पत्रकारों ने यह साबित कर दिया हैं कि राजनीति से बढ़कर कुछ भी नही
  10. आलेख:-स्त्री विमर्श के नये आयाम
  11. बोधि पुस्‍तक पर्व के दूसरे सैट का लोकार्पण समारोह 18 जून को:-बुकिंग शुरू
  12. आलेख:- सभी कलाओं में तत्कालीन समय से संवाद करने की अद्भुत क्षमता होती है
  13. छायाचित्र:-ऐसा होता ही गोटिपुआ नृत्य
  14. छायाचित्र :-'चरण दास चोर', वो भी नगीन तनवीर के निर्देशन में
  15. एक जून,2011 को होने वाले सूर्य ग्रहण से नफ़ा-नुकसान
  16. 15 जून को होने वाला पूर्ण चन्द्र ग्रहण और उसके प्रभाव
  17. गीत चतुर्वेदी का रचना पाठ भोपाल में होगा
  18. छायाचित्र :-जिर्णोद्धार के बाद रतन सिंह महल,चित्तौड़ दुर्ग
  19. आलेख:-विश्वविद्यालयो में विधिक पत्रकारिता कोर्स;हो तो करें
  20. राजेश भंडारी की एक मालवी कविता
  21. स्पिक मैके के कटक में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन के छायाचित्र
  22. अपने समय के सच को पहचानने की जिद है शैलेन्द्र चौहान की कविताएँ
  23. आर.ए.एस. परीक्षा सुधार:- भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु जितेन्द्र सोनी का जवाबी पत्र
  24. जाने-माने हारमोनियम वादक पद्मश्री महमूद धोलपुरी नहीं रहे
  25. '' जरूरी नहीं कि बेहतर कविताएं महानगरों में लिखी जाएं''-डा. नामवर
  26. ॐ कारेश्वर यात्रा के छायाचित्र
  27. होशंगाबाद के लिए मेरी दूसरी बार की यात्रा और कुछ छायाचित्र
  28. प्रमोद वर्मा आलोचना सम्मान-2011,कृष्णदत्त पालीवाल और प्रफुल्ल कोलख्यान को
  29. आलेख:-आधुनिक तकनीक ने दिए मीडिया को कई मुड़ाव
  30. 'मोहल्‍ला लाइव' जुलाई-2011 से मासिक पत्रिका निकालेगा
  31. ज्योतिष के क्षेत्र में एक बड़ा आयोजन भटिंडा में

  32. डॉ. अरुण शर्मा की चुनिन्दा कवितायेँ
  33. नाथद्वारा में हुए खगोल विज्ञान सम्मलेन की फोटो रपट
  34. समीक्षा :-रजनी गुप्त की पुस्तक पर कालु लाल कुलमी:'स्त्री विमर्श की एक जरुरी किताब'
  35. "लेखक का काम दि‍ल बहलाना नहीं है"
  36. स्पिक मैके महोत्सव लाइव का शेड्यूल
  37. मालवा की एक सांस्कृतिक परम्परा :-'मालवी छल्ला '
  38. ''ऐसा साहित्य जो समाज से कटा हुआ हो, साहित्य हो ही नहीं सकता''-राजकुमार सचान 'होरी'
  39. जनवादी चित्रकार चित्तप्रसाद को याद करते हुए वरिष्ठ चित्रकार अशोक भौमिक
  40. शिवराम का मुख्य ध्येय आज के जड संस्कारों को बदलने का रहा
  41. जनता के नाट्यकर्मी का नहीं रहना खलेगा
  42. आयोजन निमंत्रण :-"काल से होड़ लेती कविता"
  43. कालुलाल कुलमी की पुष्कर यात्रा
  44. डॉ0 महेन्द्र प्रताप पाण्डेय की दो नई रचनाएं
  45. कविता संग्रह "उजाले का अँधेरा " का लोकार्पण
  46. लघु आलेख:-कला किसी की बपोती नहीं होती
  47. चित्तौड़ी आठम महोत्सव संपन्न
  48. प्रतिनधि कवियों की प्रतिनिधि कवितायेँ
  49. डॉ. सदाशिव श्रोत्रिय का निबंध:-'विघटन हमारी विरासत का'
  50. ''केदार की कविता कठिन जीवन-संघर्षों के बीच अदम्य जिजीविषा बनाये रखने वाले स्त्रोतों की खोज करती है'':-डा. पूनम सिंह
  51. ''राजस्थानी भाषा को मान्यता हेतु इसमें एकरूपता नहीं होना मूल रोड़ा'':-नन्द किशोर 'नेक'
  52. पुस्तक समीक्षा :-'केदार की कविता और केदार को अलग करके नहीं देखा जा सकता'
  53. लघु आलेख:- ये कहां आ गये आप!
  54. डॉ. सदाशिव के सध्य प्रकाशित निबंध संग्रह की समीक्षा:-'उपभोक्तावादी समाज का प्रभावी चित्र'
  55. रवींद्रनाथ ठाकुर की याद में एक ज़रूरी आयोजन
  56. कटक अधिवेशन आमंत्रण
  57. फोटो रपट:-दिव्या का परिंडा बांधो अभियान
  58. चित्ररेखा संजय जैन की एकांकी:-'किसी को तो आगे आना ही होगा'
  59. पुस्तक समीक्षा:- नन्दकिशोर आचार्य कृत 'चॉद आकाश गाता है'
आपके सुझावों का इंतज़ार रहेगा. 
आदर सहित,
 
''अपनी माटी'' सम्पादन मंडल 
डी-39,पानी की टंकी के पास,
कुम्भा नगर,चितौडगढ़ (राजस्थान)-312001
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तर्कशील बनने का आह्वान

अंधविश्वास के खिलाफ  एक मुहिम
तर्कशील बनने का आह्वान

अजय कुमार सोनी की राममूर्ती स्वामी के साथ बातचीत

    परलीका. इंसान अगर अंधविश्वास का रास्ता छोड़कर तार्किक विचारों की तरफ अपना रुख करले तो वह एक अच्छा इंसान माना जाता है। ये बात तर्कशील सोसायटी के प्रांतीय प्रतिनिधि राममूर्ति स्वामी ने हमारे साथ हुई बातचीत में कहा।
    उनके अनुसार तर्कशील सोसायटी, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब की टीम भारतीय मुद्रा के दो लाख रुपए संसार के किसी भी ऐसे व्यक्ति को देने के लिए वचनबद्ध है। जो धोखा रहित अवस्थाओं में अपनी दिव्य अथवा आलौकिक शक्ति का प्रदर्शन सोसायटी की शर्तों में से किसी भी एक अथवा अधिक को पूरा करके दिखा सकता है। सभी देव पुरुष, साधु, योगी, सिद्ध, गुरू, तांत्रिक, स्वामी, ज्योतिषी एवं कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसने आध्यात्मिक त्रऎिया-कलापों, प्रभु भक्ति अथवा वरदान से कोई दिव्य शक्ति प्राप्त की हो, इस पुरस्कार को जीत सकता है।
   
    आइए हम आज पढ़ते हैं स्वामी से बातचीत के कुछ अंश।
http://mail.google.com/mail/?ui=2&ik=e8c7a6ea92&view=att&th=12fd87f573de3ddd&attid=0.1&disp=inline&realattid=f_gnifmvrh0&zw
   सवाल:- आपने तर्कशील सोसायटी की ओर कब आगमन किया और आपको ऐसा  क्या लगा जिससे आप सोसायटी में आए?
   जवाब:- हम जिस सामाजिक परिवेश में रहते हैं, अड़ोस-पड़ोस के वातावरण, गली-मोहल्लों की भूत-प्रेत की घटनाएं, चारों तरफ अंधविश्वास फैलाने वालों के नाटक, पाखंडी लोगों द्वारा समाज की लूट, आलौकिक शक्तियों का दावा करने वाले लोगों के कारनामे, मदारियों के खेल बचपन से ही मेरे दिमाग को झकझोरते थे। मेरे दिमाग में हमेशा एक ही प्रश्न उभरता था कि हर घटना के पीछे कोई न कोई कारण होता है और इसी झुंझलाहट ने मेरे दिमाग में कब, कहां, क्यूँ और कैसे? जैसे शब्दों की पृष्ठभूमि का वातावरण तैयार किया। मैं ये सोचता था कि इनमें कोई चमत्कार नहीं है।  क्यूंकि ये लोग वही चीज पेश कर रहे हैं जो दुनिया में पहले से मौजूद है। कोई नई चीज अपनी शक्ति द्वारा उत्पन्न नहीं करते हैं। शुरू से ही मैं विज्ञान का विद्यार्थी रहा हूँ। विज्ञान में गहरी रूची से मिथ्या बातों के खण्डन के प्रति मेरा रूझान बढ़ा। लेकिन इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों से मुलाकात नहीं हो पाने के कारण सक्रिय रूप से कुछ न कर सका। संयोग से मैंने डॉ. ए.टी. काबूर की पुस्तकें मुझे पढ़ने को मिली और तर्कशील सोसायटी के बारे में जानकारी हासिल हुई। इसी समय हनुमानगढ़ जिले के जण्डावाली गांव के समाजसेवी तर्कशील डॉ. रूपसिंह से मुलाकात हुई और उनकी विवेकशीलता ने मेरी शंकाओं का समाधान कर मुझे तर्कशील बनाया।
   सवाल:- सोसायटी का मूल उद्देश्य क्या है?
    जवाब:- सोसायटी का मूल उद्देश्य समाज को अंधविश्वास से निकाल कर वैज्ञानिक चिंतन पैदा करना है। जिससे लोग वैज्ञानिक विचारधारा अपनाकर पाखंडियों की लूट से बच सकें। सामाजिक समन्वय, अंधविश्वास रहित स्वच्छ वातावरण का निर्माण हो सके। मिथ्या विश्वासों से पर्दा उठे और समाज सच्चाई की ओर बढ़े।
    सवाल:- पूरे भारत में सोसायटी की कितनी इकाइयां कहां-कहां काम कर रही है?
    जवाब:- तर्कशील सोसायटी अलग-अलग नामों से पूरी दुनियाभर में काम कर रही हैं। पंजाब और राजस्थान में तर्कशील सोसायटी, हरियाणा में रेशनलिस्ट सोसायटी, कहीं बुद्धिवादी समाज, अंधविश्वास निरोधक दस्ता के नाम से अपने-अपने क्षेत्र में काम कर रही हैं। राजस्थान में भी लगभग 20 इकाइयों के सैंकड़ों सक्रिय सदस्य काम कर रहे हैं और हजारों की संख्या में समर्थक हैं।
    सवाल:- भूत-प्रेत, ओपरी-पराई की कसरें क्यों होती हैं? खासकर महिलाओं में। सोसायटी के  क्या विचार हैं?
    जवाब:- तथाकथित ओपरी-पराई की कसरें सामाजिक समन्वय के अभाव में उपजी मनोविकृतियों के कारण होती हैं। पुरुष प्रधान समाज में घर के सारे काम-काज की जिम्मेवारी, बच्चों के पालन-पोषण की, शिक्षा का अभाव, मानसिक बोझ महिलाओं पर ज्यादा होता है। ऊपर से घर की कलह, नशे़डी ऐबी पुरुष की उपस्थिति से उसके दिलों में घुटन घोट बनकर उभरती हैं। यही कारण है कि ये परिस्थितियां महिलाओं में ज्यादा होती हैं। घरों में पत्थर गिरना, कपड़े कटना, आग लगना इसी सामाजिक समन्वय के अभाव में उपजी मानवीय शरारतें होती हैं। जिनके पीछे कोई आलौकिक शक्ति का हाथ नहीं होता है।
    सवाल:- ऐसी समस्याओं के समाधान के लिए सोसायटी क्या तरीका अपनाती है?
    जवाब:- मनोविकृतियों को दूर करने के लिए रोगी से गहन पूछताछ कर स्कूलिंग द्वारा और जरूरत पड़ने पर सम्मोहन विधि द्वारा उसका ब्रेन वॉश किया जाता है। सम्मोहन नींद में रोगी को भरोसा दिलाया जाता है कि उसकी सारी समस्याएं ठीक हो जाएंगी। वास्तविक कारण की खोज कर उसके निवारण हेतु उचित सुझाव भी दिया जाता है। पत्थर गिरना, आग लगना, कपड़े कटना जैसी परिस्थितियों में तहकीकात द्वारा शरारती को पकड़ा जाता है और उसकी कुंठाओं का समाधान कर उसका नाम गुप्त रख कर के समस्या से छुटकारा दिलाया जाता है।

'अपनी माटी' वेबपत्रिका:-मई-2011 अंक

  1.  स्पिक मैके,कटक अधिवेशन:-विस्तृत रूपरेखा
  2. राजस्थानी मांडने और शादी-ब्याह में ब्याणजी-ब्याईजी
  3. चित्तौड़ के फड चित्रकार सत्यनारायण जोशी की मध्य प्रदेश में कार्यशाला
  4. कृष्ण बलदेव वैद के नवीनतम कहानी संग्रह :फोटो रपट
  5. चित्तौड़ एक्सप्रेस:-साप्ताहिक अंक-2
  6. आलेख:-'माता-पिता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है'
  7. ब्लॉग्गिंग जगत का पहला,बड़ा और औपचारिक आयोजन
  8. कृष्ण बलदेव वैद की दो किताबों का लोकार्पण
  9. जिला कलेक्टर:एक घंण्टे रोज श्रमदान
  10. 'बूढ़ी डायरी' उपन्यास की चर्चा हरदा में
  11. पुस्तक समीक्षा :-'भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अनूठे क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त'–पुखराज जाँगिड़
  12. 'पगहा जोरी जोरी रे घाटो' का लोकार्पण
  13. भारतीय साहित्य में चिन्नप भारती का योगदान
  14. 'लफ़्ज़ों की गवाही' का लोकार्पण
  15. आज के ज़रूरी सवालों पर चिंतन करता दलित नाट्य समारोह,लखनऊ
  16. चित्तौड़ एक्सप्रेस:-साप्ताहिक अंक-1
  17. चित्तौड़ में मोहिनीअट्टम और कुड़ीयट्टम के नाम अगले दो दिन
  18. लोकार्पण समारोह:'राव राजपूत रासो', 'भक्ति रासो' तथा 'जायंदा जात का गुणहीन अंधकूपी अहंकार'
  19. संस्कृतिकर्मी रमेश चन्द्र जी वाधवानी नहीं रहे
  20. चिंतन-मनन :-जल है तो कल है
  21. डॉ. सदाशिव श्रोत्रिय की नई किताब
  22. रपट:'बीसवीं शताब्दी का अर्थ: जन्मशती का संदर्भ' विषयक जन्मशताब्दी वर्ष
  23. आमंत्रण:सांस्कृतिक भड़ैती व फूहड़पन के विरुद्ध 'लोकरंग'
  24. 'कालेधन की अर्थ व्यवस्था के दुष्प्रभाओं का शिकार आम नागरिक'-डॉ. अरूण कुमार
  25. 'सृजन' ने आयोजि‍त की प्रभावी साहि‍त्‍य चर्चा
  26. पुस्तक समीक्षा:'समय के साथ'
  27. रीवा में आयोजित जल-संसद की संक्षिप्त रपट
  28. 'कविता की प्रासंगिकता को समय पाठक और अभिरुचि की दृष्टि से परखा जाना चाहिए'-निर्मला जैन
  29. आमंत्रण :केदारनाथ अग्रवाल जन्मशती संगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन
  30. कौशल किशोर द्वारा दलित नाट्य महोत्सव,लखनऊ की सांगोपांग रपट
  31. कलारामनाथ और उस्ताद अकरम खान की जुगलबंदी चित्तौड़गढ़ में
  32. 'जिज्ञासा' पुनर्जाग्रत हुई
  33. भव्य आयोजन का आमंत्रण :बीकानेर नगर का स्थापना दिवस
  34. आयोजन आमंत्रण:परिकल्पना सम्मान-2011
  35. चिन्नप भारती केंद्रित 'संवेद' अप्रेल अंक ऑनलाइन
  36. ब्लॉगर्स, विद्यार्थियों, अहिंदीभाषियों के लिए राष्ट्रीय कविता शिविर
  37. तीन दिवसीय अंतर-राष्ट्रिय ज्योतिष संगोष्ठी,नाथद्वारा का आमंत्रण
  38. 'वर्ण व्यवस्था ही छूआछूत की जड़ है'- डॉं. सत्य नारायण व्यास
  39. 'भारतीय साहित्य में चिन्नप भारती के योगदान' पर चर्चा
  40. अलोक तोमर की याद में एक आयोजन का आमंत्रण
  41. पुस्तक समीक्षा:-कथाकार स्वयं प्रकाश की नोटबुक पर डॉ. माधव हाड़ा
  42. क्या जाति-पांति उन्मूलन हेतु अधिनियम संभव है?
  43. महिला आयोग की अध्यक्षा डॉ. गिरिजा व्यास ने जाते-जाते कहा
  44. स्पिक मैके की गुरुकुल योजना-2011 के परिणाम घोषित
  45. माणिक की पांच कविताओं का ऑडियो
  46. एक बड़ा आयोजन केवल लड़कियों के नाम
  47. 'अपनी माटी' पर कुछ ख़ास ऑडियो सामग्री
  48. डॉ. संतोष अलेक्श की कविताओं का हिंदी अनुवाद
  49. 'खामोश मुहूर्त में' की लोकार्पण रपट
  50. अकेले जितेन्द्र कुमार सोनी,पांच ख़ास किताबें और सात दिन
  51. हिन्‍दी ब्‍लॉगिंग पुस्‍तकों की अग्रिम बुकिंग शुरू
  52. एक ज़रूरी सांगीतिक आयोजन
  53. ''राष्ट्रीय एकता में जाति सबसे बड़ा संकट है ''- आर.के. सचान 'होरी'
  54. कौशल किशोर का आलेख:-दुधारी तलवार के माफिक जन लोकपाल की डगर
  55. स्पिक मैके के 34 वें राष्ट्रीय अधिवेशन रावेनशॉ विश्वविद्यालय,कटक में
  56. समता आन्दोलन की ज़रूरत क्यों?:-कुछ तथ्यात्मक बातें
  57. दिनेशचन्द्र प्रजापत:मोलेला टेरेकोटा की संस्कृति के प्रबल पोषक
  58. अगड़ी जातियों द्वारा आरक्षण समाप्ति हेतु चित्तौड़ में रैली आयोजन
  59. 'ये ट्रेलर था अभी फिल्म बाकी है '-रिजवान चंचल
  60. राजेश एस. भंडारी की राजस्थानी कविता में क्रिकेट
  61. संजय काशीलाल भारद्वाज की एक बहुत ज़रूरी कविता
  62. 'जीवन में यात्राओं और साहित्य में यात्रा-वृतांतों का अकाल ही रहा'-डॉ. दुर्गा प्रसाद अग्रवाल
  63. फिर फिर याद आएँगे जानकी बल्लभ शास्त्री
  64. अन्ना की आंधी लखनऊ में नुक्कड़ सभाएं शुरू
  65. जनविरोधी अर्थनीति और भ्रष्ट राजनीति के खिलाफ जसम भी पहुँचा जंतर-मंतर
  66. चित्तौड़ में गूंजे नारे 'अन्ना तुम संघर्ष करो-हम तुम्हारे साथ हैं'
  67. अण्णा हजारे के समर्थन में उठी उदयपुर से आवाज
  68. चित्तौड़ में भी आज मोमबत्ती जुलूस
  69. स्पिक मैके राजस्थान की नई टीम
  70. प्रेम जन्मजेय का पाठकों के नाम खुला पत्र
  71. अन्ना हजारे के समर्थन में लखनऊ में जसम का धरना
  72. रिजवान चंचल का आलेख:देश की पीड़ा और हजारे का अनशन
  73. फोटो रपट:दिव्या जैन और उसका अभियान
  74. पुखराज जाँगिड़ की रपट :संजीव कुमार को देवीशंकर अवस्थी आलोचना पुरस्कार
  75. राम कुमार सिंह का आलेख:-रॉयल्‍टी के पचड़े और प्रकाशक-लेखक-पाठक सम्बन्ध
  76. चित्तौड़गढ़ में श्री महावीर जन्मोत्सव के लिए आयोज्य कार्यक्रम
  77. दलित नाट्य महोत्सव 2011 का आमंत्रण
  78. जीण माता मंदिर:कुछ इतिहास,कुछ वर्तमान
  79. मैं भारत की नारी हूं, हिम्मत कभी नहीं हारी हूं
  80. 'कथादेश' मीडिया विशेषांक बाज़ार में और लोकार्पण व विचार गोष्ठी सात को
  81. ''भारतीय मेधा की बढ़ती हुई पहचान और गिरती हुई नैतिकता''-डॉ. ए.एल.जैन
  82. 'साहित्यकार की स्थिति महाभारत के विदूर की तरह हो गयी है'-आलोचक शीन काफ़ निज़ाम
  83. छोटे रहमत खान के माउंट आबू में हुए सितार वादन की फोटो रपट
  84. 'भावनाओं को रंग व रेखाओं से साकार रूप देना कला के प्रति सच्चा समर्पण'-घनश्यामसिंह राणावत
  85. भारतीय नव वर्ष :चैत्र शुक्ल प्रतिपदा
  86. डॉ0 महेन्द्र प्रताप पाण्डेय का गीत 'मां'
  87. वेब रिपोर्टिंग एवं ई-मेल के कड़वे अनुभव
  88. विश्व कप क्रिकेट हेतु दिखी पत्रकारिता पर कौशल किशोर की राय
  89. अनुभव:अंग्रेज़ी के साथ जितेन्द्र कुमार सोनी के सात दिन
  90. फड चित्रकार सत्यनारायण जोशी शिवपुरी में
  91. कमला प्रसाद जी को जलेस की श्रद्धांजलि
  92. पुस्तक समीक्षा:-'शोषण के अभ्यारण्यः भूमण्डलीकरण के दुष्प्रभाव और विकल्प का सवाल
  93. 'कविता अपनी संवेदनात्‍मकता के कारण मनुष्‍य को मनुष्‍य से जोड़ती है'-नंद भारद्वाज
  94. म्युज़िक इन द पार्क:स्पिक मैके,दिल्ली का आयोजन
  95. भारत की 15वीं जनगणना :लिंगानुपात कुछ तो आगे खिसका
आपकी प्रतिक्रियाओं के इंतज़ार में 
आदर सहित,
 
''अपनी माटी'' सम्पादन मंडल 
डी-39,पानी की टंकी के पास,
कुम्भा नगर,चितौडगढ़ (राजस्थान)-312001
Cell:-09460711896,