फायर इंजीनियरिंग
( फायर तकनिकी )
प्रकाशन
फायर इंजीनियरिंग कि इस आकर्षक पुस्तक में फायर सर्विसेस के अंतर्गत संगठन एवं , मेनेजमेंट के विभिन सारगर्मित पहलुओं को समाहित करते हुए फायर फाइटिंग के पूर्व स्थान एवं परिस्थितियों के अनुसार समस्त तैयारियों को सचित्र क्रमशः विस्तारपूर्वक समझाया गया है। इसमें फायर इंजीनियरिंग की शिक्षा को हिन्दी माध्यम में प्रस्तुत किया गया है, फायर का ज्ञान आज के युग में ओद्यौगिक व घरों में सामान्य जीवन के लिये अति आवश्यक है, इस पुस्तक में आग बुझाने वाले सभी उपकरणों, उपायों व उपनके उपयोग को बड़ी सरलता के साथ समझाया गया है।
अधिकांशतः तकनीकी शिक्षा की पुस्तके अंग्रेजी भाषा में मुद्रित होने से भारतीय हिन्दी भाषा विद्यार्थी पूर्ण आत्मसन्तुष्टि नहीं पा सकतें है। प्रत्येक मातृभाषा की अपनी एक अनुठी आत्मियता होती हैं। जिसकी तुलना मात्र माँ के प्यार से ही जानी सम्भव हैं। वर्षों से जिस भाषा के माध्यम से अध्ययन कार्य सम्पन्न किया । फिर यदि एकाएक तकनीकी शिक्षा के कारण माध्यम बदलता हैं तो अधिगम प्रकिया निश्चित रूप से प्रभावित होगी। धीरे धीरे भाषा के समक्ष सांमजस्य स्थापित होता है। जिस प्रकार किसी ग्रामीण का शहरीकरण होता है ।
यह बदलाव भी एलौपेथिक ट्रिटमेंट की तरह होता है। जब नवीन तकनीकी भाषा सुचारू रूप से अपनी अहम भूमिका नहीं निभा पाती तब प्रतिभाएं पिछड जाती है। ऐसी ही विषम परिस्थितियों को म़द्देनजर रखते हुए दोनों नवोदित नवयुवक लेखकों ‘रविराज सिंह राठौड़ व चन्द्रशेखर चंगेरिया’ ने यह पुस्तक ‘फायर इंजीनियरिंग‘ की सरल हिन्दी भाषा में रचना करते हुए सराहनीय कार्य किया।
नवीवतम जानकारियों से युक्त, सरल, स्पष्ट, रोचक, सचित्र यह पुस्तक अवश्य ही लाखों हिन्दी भाषी विद्यार्थियों के लिए परमोपयोगी सिद्ध होगी।
इन्हीं शुभकामनाओं के साथ पुस्तक आज आपके करकमलों को सुवासित कर रहे है।
‘चेतन प्रकाशन‘

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( फायर तकनिकी )
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फायर
सर्विस संगठन (Fire Service Organizations)
फायरमेन
(Fire Man)
अनुशासन
(Discipline)
वाचरूम
(Watch Room )
ब्रीदिंग
अपरेटस ( Bbreathing Apparatus)
स्माल
गियर्स (Small gears)
रोप
व लाइन (Plant and line)
गांठे
(Knot)
लैडर
(Ladder )
जहाज
और डाकयार्ड ( Ships and Dockyard )
स्पेशल
सर्विस काॅल (Special Service call )
देहात
की आग (Fire in the countryside )
भवन निर्माण (Building Construction )प्रकाशन
फायर इंजीनियरिंग कि इस आकर्षक पुस्तक में फायर सर्विसेस के अंतर्गत संगठन एवं , मेनेजमेंट के विभिन सारगर्मित पहलुओं को समाहित करते हुए फायर फाइटिंग के पूर्व स्थान एवं परिस्थितियों के अनुसार समस्त तैयारियों को सचित्र क्रमशः विस्तारपूर्वक समझाया गया है। इसमें फायर इंजीनियरिंग की शिक्षा को हिन्दी माध्यम में प्रस्तुत किया गया है, फायर का ज्ञान आज के युग में ओद्यौगिक व घरों में सामान्य जीवन के लिये अति आवश्यक है, इस पुस्तक में आग बुझाने वाले सभी उपकरणों, उपायों व उपनके उपयोग को बड़ी सरलता के साथ समझाया गया है।
अधिकांशतः तकनीकी शिक्षा की पुस्तके अंग्रेजी भाषा में मुद्रित होने से भारतीय हिन्दी भाषा विद्यार्थी पूर्ण आत्मसन्तुष्टि नहीं पा सकतें है। प्रत्येक मातृभाषा की अपनी एक अनुठी आत्मियता होती हैं। जिसकी तुलना मात्र माँ के प्यार से ही जानी सम्भव हैं। वर्षों से जिस भाषा के माध्यम से अध्ययन कार्य सम्पन्न किया । फिर यदि एकाएक तकनीकी शिक्षा के कारण माध्यम बदलता हैं तो अधिगम प्रकिया निश्चित रूप से प्रभावित होगी। धीरे धीरे भाषा के समक्ष सांमजस्य स्थापित होता है। जिस प्रकार किसी ग्रामीण का शहरीकरण होता है ।
यह बदलाव भी एलौपेथिक ट्रिटमेंट की तरह होता है। जब नवीन तकनीकी भाषा सुचारू रूप से अपनी अहम भूमिका नहीं निभा पाती तब प्रतिभाएं पिछड जाती है। ऐसी ही विषम परिस्थितियों को म़द्देनजर रखते हुए दोनों नवोदित नवयुवक लेखकों ‘रविराज सिंह राठौड़ व चन्द्रशेखर चंगेरिया’ ने यह पुस्तक ‘फायर इंजीनियरिंग‘ की सरल हिन्दी भाषा में रचना करते हुए सराहनीय कार्य किया।
नवीवतम जानकारियों से युक्त, सरल, स्पष्ट, रोचक, सचित्र यह पुस्तक अवश्य ही लाखों हिन्दी भाषी विद्यार्थियों के लिए परमोपयोगी सिद्ध होगी।
इन्हीं शुभकामनाओं के साथ पुस्तक आज आपके करकमलों को सुवासित कर रहे है।
‘चेतन प्रकाशन‘

