साथियों मोसम है बारिश  का और इन्द्र देव है हम से रूठे हुवे तो चित्तोड़गढ़  वासी अपने अपने तरीके  से 
देवादि देव इन्द्र देव को मानाने मे लगे है |  कही  हवन हो रहा है तो कही बीच नदी मे  जुमे की नवाज अदा की जा रही है, वही  लोग अपनी मन्नतो को लेकर मन्दीर मज्जिद की चोकट चूम रहे है |  हर इन्सां अपनी और से भर पुर कोशिस कर रहा है ,  
तो लीजिये आप के लिए  खास ताजा तस्वीरे  चित्तोडगढ से  |
:- शेखर कुमावत 
2 टिप्पणियां:
अच्छी प्रस्तुती ,भगवान का ही सहारा है बाकि इस देश के कर्ताधर्ता तो शरद पवार जैसे ड्रेकुला ही हैं ....
निम्बाहेडा के पास का ये बंदा जिनका नाम मुझे मालूम नही .हर साल लौटता हाया कलिका मंदिर तक जाता है. इसे संयोग कहिये या ईश्वर का पिघलना बारिश जरूर होती है.इस साल देखो शायद भगवान को तरस आ जाये किसानों और पशु पक्षियों पर.
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